शनिवार, 27 अप्रैल 2013

माली (सैनी) समाज सामाजिक चेतना सम्मेलन


हम गुलाम वंश के शहजादे नहीं बनें : सत्यनारायणसिंह 

नागौर। डांग विकास क्षेत्र के अध्यक्ष डॉ. सत्यनारायण सिंह सैनी ने कहा कि जमाना तेजी से बदल रहा है। समाज को आगे बढ़ाने के लिए हमें एकजुट होना होगा। अभी हमारे पास राज है, लेकिन अगर यही स्थिति रही तो कल किसी से मांगने लायक नहीं रहेंगे। वे शनिवार को माली (सैनी) समाज सामाजिक चेतना सम्मेलन एवं छात्रावास के भूमि पूजन कार्यक्रम को संबोघित कर रहे थे। सैनी ने समाज बंधुओं को जगाते हुए कहा कि हम गुलाम वंश के शहजादे नहीं बनें, इससे अच्छा हम समाज के संरक्षक बनें।
माली वो है जो संरक्षक है, पालन करे, सुरक्षा करे। हमें आगे बढ़ने के लिए एकजुट होना पड़ेगा। सैनी ने सम्मेलन में समाज बंधुओं की कम संख्या पर नाराजगी जाहिर करते हुए कहा, खुदा भी उस समाज का भला नहीं कर सकता, जिसे अपनी स्थिति का अहसास नहीं होता। इसलिए हम अगर अशोक गहलोत को यह दोष देते हैं कि उन्होंने हमारे लिए कुछ नहीं किया तो वह गलत है। गहलोत भले ही जातिवाद का खुला समर्थन नहीं करते, लेकिन वे समाज का नुकसान नहीं होने देंगे।
समाज हित बड़ा
सत्यनारायणसिंह सैनी ने कहा कि निज हित से बड़ा समाज हित होना चाहिए। उन्होंने किरोड़ीलाल मीणा एवं किरोड़ीसिंह बैंसला का उदाहरण देते हुए कहा कि उनके एक इशारे पर हजारों मीणा एवं गुर्जर एकजुट हो जाते हैं। हमारे समाज की स्थित इस सम्मेलन में आए लोगों की संख्या से साफ झलक रही है। ऎसे में हमारा समाज कैसे तरक्की करेगा। उन्होंने कहा कि निज हित से बड़ा समाज हित होना चाहिए।
बालिका शिक्षा पर दिया जोर
सैनी ने लड़के-लड़की के बीच होने वाले भेदभाव को दुर्भाग्य पूर्ण बताते हुए कहा कि आज हमारे समाज में एक भी महिला आईएएस या आईपीएस नहीं है। हमारे समाज में लड़कियों को आज लड़कों से कम महत्व दिया जाता है तथा पढ़ने नहीं भेजते। जबकि आज महिलाएं हर क्षेत्र में आगे बढ़ रही हैं। उन्होंने बालिका शिक्षा पर जोर देते हुए सरकारी योजनाओं का जमकर बखान किया।
दहेज प्रथा पर कटाक्ष
सैनी ने समाज में बढ़ रही दहेज प्रथा पर कटाक्ष करते हुए कहा कि यह प्रथा हमारे समाज में पहले नहीं थी, लेकिन अब छोटी सी नौकरी लगने या थोड़ा पैसा कमाने वाले लोग जमकर दहेज मांगते हैं। उन्होंने कहा कि घर में गाय बांधने की जगह भले ही न हो, लेकिन दहेज में कार जरूर मांगेंगे। बुजुर्गो की सेवा के मामले में उन्होंने कहा कि जीते जी उनकी सेवा नहीं करेंगे पर मरने के बाद हजारों लोगों को भोजन करा देंगे।
ये हुए उपस्थित
माली सैनी समाज के सामाजिक चेतना सम्मेलन एवं छात्रावास के भूमि पूजन कार्यक्रम में जोधपुर माली समाज के अध्यक्ष देवीचंद देवड़ा, पुष्कर माली सेवा सदन के अध्यक्ष औंकारमल कच्छावा, नगर परिषद सभापति बिरदीचंद सांखला, अरबन को-ऑपरेटिव बैंक के अध्यक्ष कृपाराम सोलंकी, पंचायत समिति उपप्रधान आईदानराम भाटी सहित समाज के जिले भर से प्रबुद्ध नागरिक शामिल हुए। मंच संचालन बालकिशन भाटी ने किया।
सवा सात करोड़ से बनेगा छात्रावास
समाज के बालकिशन भाटी ने बताया कि ताऊसर पर रोड पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की ओर से दी गई जमीन पर करीब 7 करोड़ 22 लाख 50 हजार रूपए की लागत से छात्रावास बनेगा, जिसका भूमि पूजन एवं शिलान्यास शनिवार को किया गया। भाटी ने बताया कि छात्रावास पांच मंजिल का बनेगा जिसमें 16  बड़े हॉल एवं 42 कमरे बनेंगे।

हत्या के मामले में सैनी समाज का प्रदर्शन


बारां। शहर के प्रमुख गल्ला व्यापारी पवन सुमन सैनी की हत्या के मामले में सैनी समाज के लोगों ने जोरदार जुलूस निकाला और हत्यारों को गिरफ्तार करने की मांग की। तीन दिन में गिरफ्तारी नहीं होने पर बारां बंद की चेतावनी भी दी गई। सैनी युवा महासभा के जिला मंत्री मुकेश केरवालिया ने बताया कि गल्ला व्यापारी पवन सुमन की हत्या के आरोपियों को गिरफ्तार करने की मांग को लेकर सैनी समाज के विभिन्न संगठनों की ओर से गोपाल कॉलोनी से प्रमुख मार्गो पर रैली निकाली गई। प्रताप चौक पर संभागीय अध्यक्ष डॉ. टीकमचंद सुमन व सैनी महासंघ के जिलाध्यक्ष नंदलाल सुमन ने चेतावनी दी कि पवन के हत्यारों को तीन दिन में गिरफ्तार नहीं किया गया तो बारां बंद कराने के साथ ही हाड़ौती संभाग में बंद कराया जाएगा। उन्होंने कहा कि पिछले एक साल से सैनी समाज पर अत्याचार के मामले बढ़ रहे हैं। न्याय नहीं मिला तो सैनी समाज के लोग आमरण अनशन करने से भी पीछे नहीं हटेंगे। उन्होंने बताया कि सैनी समाज का एक शिष्टमंडल शीघ्र ही मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को ज्ञापन देने के लिए जयपुर जाएगा। रैली में गौतम वैष्णव, पुरुषोत्तम नागर, हरिओम सुमन, जीतू भाया, जेपी सुमन, दिनेश सुमन, जितेंद्र मीणा, दीपक मीणा गंगाधर सुमन समेत सैनी समाज के लोग मौजूद थे।

सैनी प्रतिभाओं को किया सम्मानित

बांदीकुई (दौसा)। सैनी समाज की ओर से गत माह ज्योतिबा फूले जयंती के अवसर पर सैनी प्रतिभाओं को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम के मुख्यातिथि सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता राज्य मंत्री रामकिशोर सैनी थे, जिन्होंने उपस्थितजनों को सम्बोधित करते हुए डा. भीमराव अम्बेडकर महात्मा ज्योतिबा फूले के जीवन के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि शिक्षा से ही समाज विकसित होता है। लिहाजा सभी लोगों को शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए प्रयास करने चाहिए। इस अवसर सैनी समाज के लोगों की मांग को मानते हुए उन्होंने छात्रावास भूमि आवंटन कराने का भरोसा भी दिलाया। साथ ही आगामी 17 मई को होने वाले सामूहिक विवाह सम्मेलन की तैयारियों पर चर्चा की। इस मौके पर आठवीं, दसवीं, बारहवीं, स्नातक, स्नातकोत्तर, राजकीय सेवा में चयनित, खेलकूद प्रतियोगिता में चयनि, नवनिर्वाचित पार्षदों सहित करीब 225 प्रतिभाओं को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम के दौरान सैनी आदर्श विद्या मंदिर प्रबंध समिति अध्यक्ष भौंरीलाल सैनी, सामूहिक विवाह सम्मेलन के तहसील अध्यक्ष रमेशचंद, पालिका के अधिशासी अधिकारी गोविंदलाल माली, विकास अधिकारी रामहंस सैनी, ज्योतिबा फूले सामाजिक एवं शैक्षिक विकास संस्थान अध्यक्ष भगवानसिंह, मंत्री परसादीलाल, भागचंद टांकड़ा, बसंतीलाल, बाबूलाल बसवा, आभानेरी सरपंच रमेशचंद, बिवाई जगदीशप्रसाद, रमेशचंद सैनी ने विचार व्यक्त किये तथा सभी लोगों को महात्मा ज्योति बा फूले द्वारा दिखाये गये मार्ग पर चलने का आह्वान किया।

अरुणा सैनी का राजस्थान सिविल सर्विस में चयन

झुंझुनूं। जिले के बुडाना गांव की बहू अरुणा सैनी का चयन राजस्थान सिविल सर्विस (आरएएस) में हुआ है। अरुणा ने इस परीक्षा में 48वीं रैंक प्राप्त की है। पंचायत समिति सदस्य लालचंद बुडाना के अनुसार अरूणा बुड़ाना गांव की पहली ऐसी महिला है जिसका आरएएस में सलेक्शन हुआ है। अरूणा की इस कामयाबी से न केवल सम्पूर्ण गांव में खुशी का आलम हैं, बल्कि गांववासी अपने आप को गौरवांवित भी महसूस कर रहे हैं।

विक्रम सैनी को युवा वैज्ञानिक खिताब

अलवर। डीआरडीओ में कार्यरत वैज्ञानिक विक्रम सैनी को यंग साइंटिस्ट ऑफ ईयर अवार्ड से सम्मानित किया गया है। अलकापुरी निवासी विक्रम को यह अवार्ड एक समारोह में पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम ने प्रदान किया। विक्रम फिलहाल महाराष्ट्र के अहमद नगर स्थित डीआरडीओ में कार्यरत हैं।

13 सालों से खौफज़दा है जागेराम सैनी परिवार

महामहिम राष्ट्रपति से मांगी सामूहिक आत्महत्या की अनुमति
चन्द्रप्रकाश सैनी
झज्जर। इस ऐतिहासिक जिले के बेरी कस्बे में रह रहे जागेराम सैनी व उसका परिवार पिछले 13 सालों से गांव के ही एक वैद्य के उत्पीडऩ का शिकार होकर पल-पल मर रहा है। इस वैद्य की ज्यादतियों से तंग आकर जागेराम का एक जवान बेटा खुदकुशी कर चुका है और अब परिवार के अन्य सदस्य भी उसी राह पर चलने को मजबूर हैं। जिसके लिए उन्होंने महामहीम राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल को पत्र लिखकर उन्हें आत्महत्या करने के लिए अनुमति देने की गुहार लगाई है। बेबस व बेसहारा नजर आ रहे इस परिवार के मुखिया जागेराम सैनी का महज कसूूर इतना ही है कि उसने उक्त वैद्य की उस बात को नहीं माना था जिसके तहत उसने औषधालय के उसी मालिक की मलकीयत पर कब्जा करना चाहा, जिसने कभी उसे दो जून की रोटी देने का रास्ता दिखाया था। जागेराम ने बताया कि वह बेरी के औषद्यालय में वैद्य के पद पर कार्यरत था। इस दौरान एक अन्य वैद्य ने अपने फायदे को देखते हुए उसे औषद्यालय के मालिक के खिलाफ झूठा मुकदमा डालने को कहा था, मगर ऐसा करने से उसने साफ इंकार कर दिया था। हालांकि उक्त वैद्य ने केस में उसी मालिक के खिलाफ झूठी गवाही देने का दबाव भी उस पर डाला था परंतु वह इसके लिए तैयार नहीं हुआ। इसी शराफत की सजा वह और उसका पूरा परिवार आज तक भुगत रहा है। उक्त वैद्य व उसके परिजन उनकी बेटियों के खिलाफ न केवल अपमानजनक व अभद्र टिपण्णियां करते हैं, बल्कि अश£ील बातें लिखकर पत्र तक उनके घर भेज देते हैं। यह सिलसिला पिछले 13 सालों से लगातार चल रहा है और इसी अपमान से मानसिक तनाव में आया उसका जवान बेटा विनय सैनी दो साल पूर्व रेल के नीचे आकर आत्महत्या कर चुका है। 52 वर्षीय जागेराम सैनी ने बताया कि उसके परिवार की आजीविका भी उसके भरोसे चल रही है मगर उसकी आजीविका को भी छीनने का प्रयास किया जा रहा है। तनाव व मानसिक प्रताडऩा ने उसे समय से पहले बूढ़ा कर दिया है और अब यह उत्पीडऩ उसके व उसके परिजनों के लिए असहनीय हो गया है। इसी वजह से ही उन्होंने राष्ट्रपति से आत्महत्या करने की अनुमति मांगी है। जागेराम ने बताया कि पिछले 13 सालों के दौरान वे उक्त वैद्य के खिलाफ अनेक बार पुलिस में लिखित शिकायत देने के साथ-साथ वे आला अधिकारियों से भी मिल चुके है बावजूद इसके आज तक पुलिस ने न तो उस वैद्य के खिलाफ मामला दर्ज किया और न ही उसे यह अत्याचार ढहाने से रोका। पुलिस का रवैया हर बार टालमटोल वाला रहा है इसलिए अब उनका भरोसा पुलिस से उठ चुका है। उन्होंने बताया कि उक्त वैद्य ने एक बार महिला आयोग में उसके खिलाफ उसकी बेटियों को बेचने की झूठी शिकायत भी कर दी थी। जिसकी तफ्तीश के लिए आयोग की एक टीम उस दिन उसके घर आ गई थी, जिस दिन उसकी बेटी की डोली उठने वाली थी। शिकायत झूठी थी इसलिए टीम वापस चली गई।
पुलिस प्रशासन का निकला जनाजा
आमजन की सुरक्षा और सहयोग का दंभ भरने वाली हरियाणा पुलिस किस हद तक निकम्मी हो चुकी है इसका अंदाजा करीब डेढ़ दशक से बिना किसी कसूर के मानसिक प्रताडऩा झेल रहे जागेराम सैनी के रौंगटे खड़े कर देने वाले मामले में अमल में लाई गई पुलिसिया कार्रवाई से सहज ही लगाया जा सकता है। हैरानी की बात है कि पुलिस के आला अधिकारी जहां हर आम शिकायत को दर्ज करने के लम्बे-चौड़े दावें करते नहीं थकते, वहीं जागेराम सैनी द्वारा गत 13 सालों के दौरान चौकी इंचार्ज से लेकर डीजीपी तक भेजे गये दर्जनों शिकायती पत्रों पर प्रथम सूचना रिपोर्ट तक दर्ज नहीं की गई। शायद यह रिपोर्ट भविष्य में भी दर्ज नहीं हो पाती यदि मीडिया ने जागेराम पर हो रहे अत्याचारों को अपने समाचारपत्रों व न्यूज चैनलों पर हाइलाइट कर पुलिस पर प्राथमिकी दर्ज करने का दबाव न बनाया होता। शायद सैनी समाज के वे संगठन भी जागेराम सैनी की मदद के लिए आगे नहीं आ पाते, जिन्होंने इस मामले को संजीदगी से लेते हुए झज्जर पुलिस को इस संबंध में कार्रवाई करने के लिए मजबूर कर दिया। निसंदेह इस प्रकरण ने साबित कर दिया है कि पुलिस पंगु हो चुकी है और वह भी कमजोर के खिलाफ तो हर समय कार्रवाई करने के लिए तैयार है मगर दबंगों पर हाथ डालने से वह भी कतराती है। अगर ऐसा न होता तो जागेराम सैनी के पास उसे एवं उसके परिवार को प्रताडि़त के तमाम दस्तावेज व सबूत उपलब्ध होने के बावजूद पुलिस आरोपी वैद्य के खिलाफ कार्रवाई करने से परहेज नहीं करती।

गुरुवार, 25 अप्रैल 2013


येथे आहेत का? महाराष्‍ट्रातील माळी आडनांवे अहमदनगर : जाधव,मालकर, बागडे, सजन, विधाते, मंडलिक, अभंग, शिंदे, नाईकवाडी, ताजने, अनप, मेहेत्रे, म्हस्के, पुंड, भरीतकर, डाके, गाडेकर, घोडेकर, बनकर, शेलार, पांढरे, गिरमे, ससाणे, बोरावके, इनामके, रासकर, शिंदे, नागरे, गाडीलकर, शेलार, चेडे, बोरुडे, व्यवहारे, चौरे, राउत, रसाळ, गायकवाड, कानडे, बागडे, होले, नवले, झोके, जगताप, दातरंगे, फुलमाळी ,फुलसुंदर, वाघ, बारावकर, सुडके, आगरकर, पानधडे, भुजबळ, खामकर, लोंढे, घोलप, साबळे, गोरे, मोरे, माळी, महाजन, ठाणगे, सुडके, बोरुडे, चिपाडे, लेंडकर, ताठे, धोंडे, गडालकर, गोंधळे, धाडगे, खराडे, तरटे, ताठे, उकंडे, कुलंगे, हुमे, साळुंके, जाधव, गरुडकर , खेतमाळीस, बेल्हेकर, क्षीरसागर, दळवी, ससाणे, पुंड, पडोळे, पडळकर, बोलगे, पांढरकर, खेतमाळीस, आळेकर, आनंदकर, बनसुडे, नन्नावरे, चाकणे, बढे, दरवडे, शेंडगे, लोखंडे, जांभूळकर, हिरवे, सुपेकर, कोथिम्बिरे, औटी, मोटे, जयकर, खेडकर, जाम्भे, इत्ते, मेमाणे, वर्हाडे, बोडखे, फरांदे, चौधरी, मुळे, कन्हेरकर, करंडे, झगडे, एटक, गरुडकर, आंबेकर, रायकर,सुरसे, बहिर्याडे, पंधाडे, कांदे, खरपुडे,आखाडे, हिरे, जेजुरकर, गडगे, गुल्दगड, अनारसे, टेंभे, सूर्यवंशी, झोडगे , शेंडे, पेहेरे, जावळे, भोंदे वाघुले, काळे, शिरसाठ, गुलदागड, पुणे : माळी, फुले, जाधव, टिळेकर, फुलारी, शेंडे, भोंग, भोंगळे, जयकर, लोणकर, रायकर, लाहवे, गिरमे, अनारसे, राऊत, भुजबळ, शिंदे, गरुडे, बिर्दावडे, आल्हाट, चीचाटे, डोके, बिरदवडे, केळकर, लेंडघर, धाडगे, जाम्बुकर, बाणेकर, गोरे, शेवकरी, आगरकर, धामधेरे, व्यवहारे, नावरे, जगताप, लडकत, पाबळ, भास्कर, हिंगणे, होले, वाये, बनकर, बोराटे, बुरडे, कुडके, रासकर, खरात, बोरावके, कोद्रे, इनामके, जमदाडे, कुदाळे, पिसे, गदादे, भोगले, टिकोरे, लांडगे, भडके, यादव, नाळे, फडरे, अणेराव, लग्गड, दप्तरे, केदारी, वाडकर, दंगमाळी, गोंधळे, दळवी, आरु , ससाणे, काळे, साळुंखे, नंदे, जमदाडे, नेवासे, लोखंडे, बढे, झगडे, नवले, वाघोले, फरांदे, दुधाळ, कापरे, वडणे, वचकळ, भोंगले, पैठणकर, बोरकर, ताम्हाणे, पिंगळे, वाघ ,आदलिंग, गायकवाड, सातव, लावले,बटवाल, वाघमारे, फुलसुंदर, अभंग, वाव्हळ, कावळे, बिर्मल, करपे, बिडवाई, मंडलिक,परंडवाल,madhe,Kolhe,Meher,Sante,Gadge Tajane औरंगाबाद : जाधव, शिँदे, भुजबळ, ढोके, वाघ, सोणवणे, कातबणे, दिलवाले, तिडके, ढवळे, बनकर, भालेराव, गहाळ, हाजारे, थोरात, भडके, नवले, गोरे, आंतरकर, भुमकर, काळे, ठाणगे, जेजुरकर, पवार, पुंड, पेरकर, देवकर, जावळे, धोंडे, गायकवाड, वाघचौरे, गान्हार, हेकडे, तारव. नाशिक : माळी,खैरे, गीते, जाधव, भुजबळ, वाघ, महाजन, सुरसे, वझरे, कोठुळे, बोराडे, पाचोरे, थोरात, राउत, तिडके, वाघ, मंडलिक, गायकवाड, काठे, वनमाळी, गांगुर्डे, भडके, मोटकरी ,नाईक, नवगिरे, जगझाप, भांबरे, हिवाळे, उबाळे, रानमाळी, गवळी, वेरुळे, रहाणे, वायकांडे, पगार, निकम, मोहन, तांबे, ताजने, बनकर, सोनवणे, शिंदे, तुपे, कांबळे, मौले, ताठे, निकम, काश्मिरे, उगले, शेवकर, गायखे, खसाळे, जेजुरकर, विधाते, खोडे, भंदुरे, शेवाळे, लोणारे, साळवे, शेरताठे, बच्छाव, पुंड, नवले, रासकर, कमोद, खैरनार, पैठणकर, चौरे, शेलार, जगताप, फरांदे, जंजाळे, वेलजाळी, एनडाइत, आहेर, बागुल, थालकर, मोकल, म्हैसे, भालेराव, फुलारे, लोखंडे, साळुंके, बटवाल, मेहेत्रे, पाटील, मालकर, निफाडे, गाडेकर, अंतरे, कुलधार, कचरे, तिसगे, धनवटे, कुटे, पुणेकर, चाफेकर, सूर्यवंशी , वाघचौरे, कमोदकर,dabhade,shinde परभणी : गायकवाड, कोक्‍कर, फुलारी, शिंदे जालना : शिंगणे, काळे, खरात, घायाळ, गाढवे, बोरकर, झरेकर, शिंदे, गालाबे, चिंचाने, वाघमारे, साबळे, मगर ,खान्देभारद ,खालसे ,पवार, आंबेकर, झोरे, तिडके, केरकळ, जाधव , शिंदे, जवंजाळ , ठाकरे, पाटील , खैरे, वाघमारे, घोलप, लांडगे, गोरे, शेरकर, वाघ, सपकाळ, मेहेत्रे, गिरम, राउत, पाचफुले, शेवाळे, बनकर, हरकल , गाढवे, धनुरे, वानखेडे, पौलबुद्धे,घायाळ , चौधरी, मोहिते, माळोदे,शिंगणे, काळे, खरात, घायाळ, गाढवे, बोरकर, झरेकर, शिंदे, गालाबे, चिंचाने, वाघमारे, साबळे, मगर ,खान्देभारद ,खालसे ,पवार, आंबेकर, झोरे, तिडके, केरकळ, जाधव , शिंदे, जवंजाळ , ठाकरे, पाटील , खैरे, वाघमारे, घोलप, लांडगे, गोरे, शेरकर, वाघ, सपकाळ, मेहेत्रे, गिरम, राउत, पाचफुले, शेवाळे, बनकर, हरकल , गाढवे, धनुरे, वानखेडे, पौलबुद्धे,घायाळ , चौधरी, मोहिते, माळोदे. सोलापूर : बनकर, गायकवाड, गिरमे, फुले, एकतापुरे, शिंदे, धागे, ताम्हाणे, शेवते, पांढरे, नवले, लिंगे, वाघमारे , पिसे , राऊत, माळी, गवळी, गोडसे, मेहत्रे, देवमारे, लांडगे, सासवडकर, खाराडकर, म्हस्के, आंबेकर, गाडेकर, क्षीरसागर, बनसोडे, अदाते, अडसूळ, देवळे, यादव, कुदळे, बढे, झगडे, नवले, वाघोले, रासकर, जगताप, फुले, नेवासे, फरांदे, दुधाळ, टिळेकर, कापरे, वडणे,वचकळ, भोंगले, पैठणकर सातारा : गवळी, गोरे, अभंग, राउत, काळोखे, जाधव, तांबे, डांगरे, घनवट, बोराटे, शिंदे, भुजबळ, बनसोडे, शेंडे, बंकर, क्षीरसागर, ताटे, कोरे, धोकटे, पाटील, माळी, तोडकर, दगडे, कुदळे, ननावरे , नवले, रासकर, होवाळ ,जमदाडे, फरांदे, टिळेकर बुलढाणा : खरात, बंडे, तायडे, भरड , जाधव, घोलप, वानेरे, इरातकर, महाजन, चोपडे , राऊत , फुलझाडे , खंडागळे, गडे, इंगळे, देशमाने, सोनुने, गिर्हे, वानखडे, चावरे, उमरकर, बगाडे, निमकर्डे, खंडारे , दांडगे, शिरसागर, वावगे,राखोँडे, बोँबटकार, पैघन , पार्कीस्कर, पुंड, चंदनशिव, नागुलकर, बोऱ्हाडे, ढोरे, ढोले, भोणे, तोंपे, वानखेडे, पोपळ्घात, चावळे, डांगे, गवांदे, कानडे, डोईफोडे,धामणकार, बाईसकार, जवळकार,वाघमारे, आगळे, मसने, चिंचोलकार, बोराडे,तडस, लाड, वाथ. चरखे,कैरे,राजस,राजनकर,म्हसाळ,चोपडे, जळगाव : महाजन, जाधव, पाटील, निकम, सोनावणे, बिरारी, बागुल, खैरनार, वानखेडे, बच्छाव, रोकडे, देशमुख, सूर्यवंशी, झाल्टे, गावले, अहिरराव, बाविस्कर, मोरे, महाले, राउत, घोंगडे, भडांगे, चौधरी, बनकर बीड : सत्वाधार, लगड, वाडे, बनकर, माळी, राउत, शिंदे, फुल्झाल्के, जाधव, धोडे, अरसुडे, डाके, सिंगारे, गोर्माळी, जिरे, शिंदे, काळे, गोरे, दुधाळ, तुपे, लोखंडे, गायकवाड, धोंडे, कडू, जाधव, गवळी, गणगे, जिरे, रावसे, यादव, कुदाळे, मणेरी, धवळे, जमदाडे, शेलार. झीरमाळे धुळे : माळी, महाजन, सोनावणे, वाघ, बागुल, जाधव, सौंदाणे, खैरनार, महाले, देवरे, जगदाळे अमरावती : गंगाने, अकार्ते, गणोरकर, बकाले, बेलसरे, भोयर, राउत, रोठेकर, मेंधे, जेवाडे , फुटाणे यवतमाळ : कुभारखाने, धोबे, जावरकर , संदे, भंगे, घावडे, चिंचोरकर, चरडे, गोल्हार, नल्हे, सरदे, पोटदुखे, नाकतोडे, धानोकर वर्धा : वाके, तीखे, काळे, गोरे, जांभळे, बोबडे, राउत, खेरडे, थेटे, मेहत्रे, खसाळे, गोणगे सांगली : माळी, तोडकर, कोरे, शिवणकर, अडसूळ,.वाघमारे, सागर, बालटे, राउत, जाधव, फुले, बनसोडे, फडथरे , पिसे, बनकर, लिंगे, लोखंडे, लांडगे अकोला : ढोणे, शेवाळकर, आमले, चोपड, पैघन, पार्कीस्कर, पुंड, चंदनशिव, नागुलकर, बोऱ्हाडे, ढोरे, ढोले, भोणे, तोंपे, वानखेडे, पोपळ्घात, चावळे, डांगे, गवांदे, कानडे, डोईफोडे, palhade shegokar potdukhe ganorkar masane hadole chopade yeole anasane barde वाशीम : उमाळे, मोरे, अढाउ अमरावती : कळसकर, गिर्हे, देशमुख, पाटील, टेम्भारे,इंगळे, राऊत,काटोलकर, झगडे, भूस्कडे, राखोंडे, तायडे, धाकुलकर, आंबेकर, बिर्हे, काळपांडे, जाधव, सातव, इंगोले, नवलकर, नार्सिंगकार, बगाडे, बोळाखे,ढोक, वाघमारे, धर्माळे, गवळी, घाटे, जामोदकर, कथिलकर, ठोंबरे, दाते, खोडस्कर, चरपे, खडसे, मांडवकर, गोरडे, लेकुरवाळे, गांजरे, धाडसे, बम्बळकर, भोपळे, खरासे, डेहनकर, अढाऊ,वानखडे, उडाखे, मांडवगणे, चौधरी, भभूतकर, भड, खलोकार,राजनकर, कुले, चतुरकर, ढोकणे,जसापुरे, लोखंडे, चर्जन, तडस, भगत, ढोले, वाशिम्कार, चिमोटे, सदाफळे,हाडोळे, दहीकर, बनकर. सुंदरकर, बोळे, पेठकर, श्यामसुंदर, वावगे, नवले, कणेर, पोहनकर, वालोकार, खटाळे,आघाडे, आखरे, खरबडे, जठाळे, कांडलकर, मडघे, जुनघरे, मेहरे, कोरडे, झाडे, बनसोड, नाथे, टवलारे, शाहाकार, कविटकर, गणोरकर, अम्बाडकर,नानोटे, निमकर, खेरडे,बेलसरे, भोगे, वाडोकर, मारोडकर, रडके, कडू, पवार, धनोकार,वांगे, सरडे,भोजने, भुयार, गणगणे, भोयर,धाडसे, मानकर, वाकेकर, बुरनासे, बोबडे, आमले, आकोलकर,मानकर, नागापुरे, वैराळे, उमाळे, व्यवहारे, डोंगरे, yamdhe gawande,bhorkade, haramkar,paraskar,suradkar,popalghat,bharad,khurad,sananse,susar,magar,alhat,chipade,varankar,hiwale,taras, लातूर : माळी, गोरे, कटारे, खडबडे, शिन्दे, फुलसुंदर, वाघमारे, चाम्भार्गे, म्हेत्रे, इतक कोल्हापूर : धोंडे नंदुरबार : महाजन, देवरे, माळी, मगरे, सागर, राणे, शेंडे, पिंपरे, लोखंडे, बत्तीसे, पवार, सूर्यवंशी, येथे आहेत का?हिवरे, कर्णकर, बाचकर. ओस्म्नाबाद : बोल्डे,माली,कळू, बोरकर,मुल्जे,म्हेत्रे हिंगोली : सताव,सोनुने,सोनटक्के, जाधव,जम्बुतकर,राउत, क्षीरसागर,लुटे,गोरे, कोथांगीरे,कदम, सिंगारे, सारंग, सितले,